हिंदी देव,हिंदी दिवस प्रतियोगिता
हिंदी दिवस प्रतियोगिता
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देव से वेद तक...
,वेद से जन तक ..!
जन से मन तक...
मैं सीधे उतरती हूं...!
दिल से दिल तक...
,हिम सी शीतल...!
चन्द्र सी रेशमी...
वज्र सी कठोर,...!
दिलों में राज करती हूँ...
मान हूँ, अभिमान हूँ,...!
भारत की शान हूँ...!
जिस पर तुम गर्व करो..
मैं वह मानस की गान हूँ...!
मैं हिंदी, भारत की भाषा हूँ...
भारत के गौरव की परिभाषा हूँ...!
विश्व पटल पर छा जाऊं....
वह विश्व विजयी आशा हूँ.
सुनीता गुप्ता कानपुर
Shashank मणि Yadava 'सनम'
30-Sep-2022 11:24 AM
बहुत ही सुंदर सृजन
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नंदिता राय
20-Sep-2022 09:37 PM
बहुत खूब
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आँचल सोनी 'हिया'
20-Sep-2022 09:36 PM
Achha likha hai 💐
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